एटीएम हैक कर फ्रांस अौर ब्राजील में यूरो व डॉलर में पेमेंट
एटीएम हैक कर खातों से यूरो और डॉलर में ट्राजेक्शन फ्रांस और ब्राजील में किया गया। यह खुलासा सायबर सेल ने अपनी जांच के बाद किया है। हालांकि यह पता नहीं चल पाया कि इन रुपयों का पेमेंट किस रूप में वहां किया गया। एसपी सायबर सेल शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि जब तक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) से पीड़ितों के खातों की जानकारी नहीं मिल जाती, तब तक कुछ भी पता नहीं चल सकता है।
एसपी चौहान के अनुसार बैंक के गेट-वे से वैज्ञानिक विमलेश कुमार और पवन सहारे के खातों से यूरो और डॉलर में ट्रांजेक्शन किया जाना संभव हुआ। यह तभी संभव है, जब खाता धारक इसकी अनुमति दे या फिर बैंक के अंदर से ही स्वत: अनुमति हो जाए।
ऐसे में यह पता तो खातों की जानकारी मिलने के बाद ही चल पाएगा कि आखिर यह कैसे संभव हुआ। सायबर सेल ने शनिवार को ही बैंक से शिकायतकर्ताओं के खातों की जानकारी मांग ली थी, लेकिन मंगलवार शाम तक बैंक की तरफ से कोई जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई। हम उनके यहां से जानकारी आने का इंतजार कर रहे हैं।
यह जानने का प्रयास कर रही सायबर सेल
-क्या बैंक की तरफ से या उनकी गलती से खाता धारक के खाते की जानकारी लीक हुई?
-क्या शिकायतकर्ता की ही तरफ से उनके एटीएम की जानकारी हैकर्स के पास पहुंची?
-क्या हैकर्स ने भारत में ही बैठकर या विदेश में बैठकर कारनामा किया?
-बिना खाताधारक की अनुमति के बैंक ने विदेशी मुद्रा में ट्राजेंक्शन कैसे किया?
-बैंक को सिर्फ दो खातों की जानकारी देने में इतना समय क्यों लग रहा?
-खातों से पेमेंट किस रूप में किया गया?
ConversionConversion EmoticonEmoticon